1- Value Yourself | one minute story |
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एक स्पीकर ने ऑडियंस को 2000 का नोट दिखा कर अपना सेमिनार शुरू किया. उन्होंने लोगों से पूछा "किसे चाहिए यह दो हजार का नोट?" पैसे लेने के लिए सभी ने हाथ उठा दिए. स्पीकर ने अब वह नोट गिरा दिया. फिर से भीड़ में दिखाया और सवाल दोहराया. इस बार भी सभी ने हाथ खड़ा कर दिए.
अब स्पीकर ने नोट को पूरी तरह से मोड़ दिया और मोड़कर उसमें धूल-मिट्टी भी लगा दिया. और फिर वही सवाल दोहराया. स्पीकर ने फिर वही सवाल पूछा और इस बार भी सभी ने हाथ खड़े कर दिए.
अब स्पीकर ने कहा- मैंने नोट के साथ इतना कुछ किया, लेकिन इसके बावजूद आप सभी ने इसे लेने में दिलचस्पी दिखाई. पता है क्यों, क्योंकि नोट के साथ इतना कुछ करने के बावजूद उसका मूल्य नहीं घटा.
मोरल ऑफ द स्टोरी - आपके सामने चाहे कितनी भी कठिन स्थितियां आए, कितनी ही असफलताओं का सामना करना पड़े, लेकिन खुद को महत्व देना कम नहीं करें. क्योंकि आपको आपके लक्ष्य तक सिर्फ आप ही पहुंचा सकते हैं.
2- Sukrat success mantra | one minute story |
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एक बार एक लड़के ने सुकरात से पूछा कि सफलता का रहस्य क्या है? सुकरात ने उस लड़के से कहा कि तुम कल मुझे नदी के किनारे मिलो.
अगले दिन सुकरात के साथ वह लड़का नदी के अंदर की तरफ बढ़ा. जब लड़के के गले तक पानी पहुंत गया, अचानक सुकरात ने उस लड़के का सिर पकड़कर पानी में डुबो दिया. लड़का बाहर निकलने के लिए तड़पने लगा. जब लड़के के लिए पानी में रहना मुश्किल हो गया, तब सुकरात ने उसे छोड़ दिया. लड़के ने हांफते-हांफते तेजी से सांस लेना शुरू किया.
सुकरात ने पूछा कि जब तुम पानी के अंदर थे तो, तुम्हें सबसे ज्यादा किस चीज की जरूरत थी?
लड़के ने उत्तर दिया, केवल सांस की. सुकरात ने कहा, जब तुम सफलता को उतनी ही चाहोगे जितना कि तुम सांस लेना चाहते थे तो वो तुम्हें निश्चित ही मिलेगी. यही सफलता का रहस्य है.
मोरल ऑफ द स्टोरी - अक्सर हम अपनी मंजिल तक पहुँचने से पहले ही हार मान लेते हैं, लेकिन हमे जब तक सफलता ना मिल जाए तब तक हमें रुकना नहीं चाहिए।
3-Let go of your stresses | one minute story |
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साइकलॉजी के एक प्रोफेसर ने अपने हाथ में पानी भरा ग्लास लेकर क्लास के अंदर आए और पूछा-
यह पानी का गिलास कितना भारी है?
सभी ने अलग-अलग आंसर बताया. प्रोफेसर ने कहा कि पानी के साथ ग्लास का वेट मायने नहीं रखता है, लेकिन आप ग्लास को कितनी देर तक पकड़ते हैं, यह मायने रखता है.
यदि आप एक मिनट के लिए पकड़े तो आपको अधिक वेट महसूस नहीं होगा, घंटों पकड़े रहें तो भारी लगने लगता है और यदि पूरे दिन के लिए पकड़ते हैं, तो आपके हाथ सुन्न हो जाएंगे और दर्द होगा.
हमारी लाइफ में स्ट्रेस के साथ भी बिल्कुल ऐसा ही होता है. यदि आप इसके बारे में कुछ समय के लिए सोचते हैं और इसे छोड़ देते हैं, तो कोई समस्या नहीं, यदि आप दिन भर इसके साथ रहते हैं, तो यही स्ट्रेस आपके लिए बड़ी समस्या बन जाता है.
मोरल ऑफ द स्टोरी - अगर आपकी लाइफ में स्ट्रेस है तो ज्यादा देर तक इसके बारे में सोचते नहीं रहें. सॉल्यूशन है तो तुरंत निकालें, नहीं तो अपने टारगेट की तरफ आगे बढ़ जाएं.