ANVI | PARENTING COACH | NLP PRACTITIONER
Mass communication के बाद print media, News Channel में 10 सालों तक काम करने के बाद FM Channel में 4 साल खुद का show और production के दौरान ही यह ख्याल आया कि आज भी देश में parenting को लेकर देश में awareness नहीं है, जो है भी, वो metro cities में रहने वाले और English समझने और बोलने वालों तक सीमित है. लोग समझते हैं कि parenting तो हो ही जाती है, जैसे हम पले-बढ़े हैं, वैसे ही हमारे बच्चे भी बड़े हो जाएंगे, लेकिन सच यह है कि हम जिस दुनिया में पले-बढ़े हैं, वो दुनिया अब exist ही नहीं करती, जाहिर सी बात है कि parenting का वह style आज के बच्चों पर लागू नहीं हो सकता. Actually, Parenting एक art है, और इस art को समझने के लिए यह जरूरी है कि हम यह समझ सकें कि बच्चे सोचते कैसे हैं और उनके दिमाग पर parents के कहे गए शब्दों, उनके behaviour, activities और घर के माहौल का असर क्या पड़ता है. कई बार बहुत छोटी-से छोटी चीजें बच्चों पर इतना बड़ा असर करती हैं कि हम उसके बारे में सोच भी नहीं सकते. Psychology की पढ़ाई और NLP (Neuro Linguistic programme) के साथ हीं दो बच्चों की मां होने ने बच्चे के दिमाग की भाषा समझने में काफी help की. Parenting आसान नहीं, लेकिन यह art समझना जरूरी है, ताकि हम अपने बच्चों के लिए एक अच्छे future का base तैयार कर सकें. क्या आप मेरे साथ इस सफर का हिस्सा बनना चाहेंगी?
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